पर्यायवाची शब्द इससे बाहर कुछ नहीं
पर्याय का अर्थ-समान- अतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं । पर्यायवाची शब्दों से भाषा सशक्त बनती है विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए पर्यायवाची शब्दों की सूची प्रस्तुत है ।
अंग-अवयव, अंश, कला, हिस्सा, भाग, खण्ड, उपांश, घटक, टुकड़ा
अटल-अडिग, स्थिर, पक्का, दृढ़, अचल, निश्चल ।
अमृत-अमिय, पीयूष, अमी, मधु, सोम, सुधा, सुरभोग ।
अवज्ञा-अनादर, तिरस्कार, अवमानना, अपमान, दूतक ।
अश्व-घोड़ा, तुरंग, हय, बाजि, सैन्धव, घोटक, बछेड़ा ।
अतिथि- मेहमान, पहुँना, अभ्यागत, रिश्तेदार, नातेदार, आगन्तुक ।
अप्सरा- परी, देवकन्या, अरुणप्रिया, सुखवनिया, देवांगना, स्वर्वेश्या
अभिमान-गौरव, गर्व, नाज, घमंड, स्वाभिमान । -
अंधकार-तम, तिमिर, ध्वान्त ।
अपकार-अनिष्ट, अमंगल, अहित ।
असभ्य-अभद्र, अवहेलना, अवमान, तौहीन ।
अनुरोध- अभ्यर्थना, प्रार्थना, विनती, याचना, निवेदन ।
अवनति-अपकर्ष, गिराव, घटाव, ह्रास ।
आदर्श - प्रतिरूप, प्रतिमान, स्टैंडर्ड, मानक ।
आख्यान-कहानी, वृत्तांत, कथा, किस्सा |
आधुनिक-अर्वाचीन, नूतन, नव्य, वर्तमानकालीन ।
आदि-पहला, प्रथम, आरम्भिक, आदिम ।
आँगन--प्रांग, बगर, बाखर, अजिर, अँगना, सहन ।
आशीर्वाद-आशीष, दुआ, शुभाशीष ।
ईमानदार-सच्चा, निष्कपट, सत्यनिष्ठ, सत्यपरायण ।
ईर्ष्या-मत्सर, डाह, जलन, कुढ़न ।
उत्साह- जोश, उमंग, हौसला, उत्तेजना ।
उदार-सदय, उदात्त, सहृदय ।
उद्देश्य-प्रयोजन, ध्येय, लक्ष्य ।
उद्यत-तैयार, प्रस्तुत, तत्पर ।
उपकार- परोपकार, अच्छाई, भलाई, नेकी, हित, उद्धार, कल्याण ।
उपस्थित-विद्यमान, हाजिर, प्रस्तुत ।
उपमा- तुलना, मिलान, सादृश्य, समानता ।
उपासना-पूजा, आराधना, अर्चना, सेवा ।
उजाला- प्रकाश, आलोक, प्रभा, ज्योति ।
उपाय-युक्ति, ढंग, तरकीब, तरीका ।
उपयुक्त-उचित, ठीक, वाजिब, मुनासिब, वांछनीय ।
उलटा-प्रतिकूल, विलोम, विपरीत, विरुद्ध ।
उजाड़-निर्जन, वीरान, सुनसान, बियावान ।
उल्लंघन-तिरस्कार, उपेक्षा, अवज्ञा ।
ऊँचा- उच्च, शीर्षस्थ, उन्नत, उतुंग ।
ऊर्जा-ओज, स्फूर्ति, शक्ति ।
एकता-एका, सहमति, एकत्व ।
अहसान- आभार, कृतज्ञता, अनुग्रह ।
ऐश्वर्य-वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि ।
ओज-दम, जोर, पराक्रम, बल ।
औषध- दवा, दवाई, भेषज, औषधि ।
कंजूस-सूम, अनुदार, कृपण, मक्खीचूस ।
कामना-अभिलाषा, आकांक्षा, मनोरथ, चाह ।
कठोर-कड़ा, कर्कश, पुरुष, निष्ठुर ।
कूल-किनारा, तट, तीर ।
कलिका-कली, मुकुल, पंखुड़ी, कोरक ।
केवट-मांझी, नाविक, मल्लाह, धीवर ।
किरण- रश्मि, केतु, अंशु, कर ।
कायरता- भीरूता, अपौरुष, पामरता, साहसहीनता ।
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खल-शठ, दुष्ट, धूर्त, दुर्जन, कुटिल, नालायक, अधम ।
खूबसूरत - सुन्दर, मनोज्ञ, रूपवान ।
खत-चिट्ठी, पत्र, पाती ।
खराबी-दोष, बुराई, अवगुण, विकार ।
गम्भीर-गहरा, अथाह, अतल ।
घट-कलश, घड़ा, कुम्भ, गागर, निप, गगरी, कुट ।
घन-जलधर, वारिद, अंबुधर, बादल ।
चिंता-फिक्र, सोच, ऊहापोह ।
चोटी-शृंग, तुंग, शिखर, परकोटि ।
चिकित्सा- उपचार, इलाज, दवादारू ।
गुनाह-गलती, अधर्म, पाप, अपराध, खता, त्रुटि, कुकर्म ।
चिह्न-प्रतीक, निशान, लक्षण, पहचान, संकेत ।
चोर-रजनीचर, दस्यु, साहसिक, कभिज, खनक, मोषक, तस्कर ।
छात्र-विद्यार्थी, शिक्षार्थी, शिष्य ।
छाया- साया, प्रतिबिम्ब, परछाई, छाँव ।
छल-प्रपंच, झाँसा, फरेब, कपट ।
छटा-आभा, कांति, चमक ।
छेद-छिद्र, सूराख, रंध्र ।
छली-ठग, छद्मी, कपटी, कैतव, धूर्त, मायावी ।
छाती-उर, वक्ष, वक्षःस्थल, जिज्ञासा-उत्सुकता, उत्कंठा, कौतूहल ।
झंडा-ध्वज, केतु, पताका, निसान ।
झुकाव-रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता ।
ठेस-आघात, चोट, ठोकर, धंक्का ।
ठग-जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक ।
डर-त्रास, भीति, दहशत, आतंक, भय, खौफ ।
जवान-युवा, युवक, किशोर, तरुण ।
टोल-समूह, मण्डली, जत्था, झुण्डं, चटसाल, पाठशाला ।
डाह-ईर्ष्या, कुढ़न, जलन ।
ढंग-पद्धति, विधि, तरीका, रीति, प्रणाली, करीना ।
तन-शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु ।
तरकस-तूण, तूणीर, माथा, त्रोण, निषंग ।
तारीफ-बड़ाई, प्रशंसा, सराहना, प्रशस्ति, गुणगान ।
तीर-नाराच, बाण, शिलीमुख, शर, सायक ।
तन्मय-मग्न, तल्लीन, लीन, ध्यानमग्न ।
थकान-क्लान्ति, श्रांति, थकावट, थकन ।
थाह-अंत, छोर, सिरा, सीना ।
देवता-सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु ।
दासी-बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका ।
दमन-अवरोध, निग्रह, रोक, नियंत्रण, वश ।
दिव्य-अलौकिक, स्वर्गिक, लोकातीत, लोकोत्तर ।
दिलेर-साहसी, शेर, वीर, बहादुर ।
द्वेश-बैर, शत्रुता, दुश्मनी, खार ।
दरवाजा-किवाड़, पल्ला, कपाट, द्वार ।
दाई-धाय, धात्री, अम्मा । देवालय-
देवमन्दिर, देवस्थान, मंदिर ।
धन्यवाद- कृतज्ञता, शुक्रिया, आभार, मेहरबानी ।
धुंध-कुहरा, नीहार, कुहासा ।
धूल-रज, खेह, मिट्टी, गर्द, धूलि ।
ध्यान- एकाग्रता, मनोयोग, तल्लीनता, तन्मयता ।
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नया-नवीन, नव्य, नूतन, आधुनिक, अभिनव, अर्वाचीन, नव, ताजा ।
नाश- समाप्ति, अवसान, विनाश, संहार, ध्वंस, नष्ट-भ्रष्ट ।
नियम-विधि, तरीका, विधान, ढंग, कानून, रीति ।
निंदा- अपयश, बदनामी, बुराई, बदगोई ।
नरेश-नरेन्द्र, राजा, नरपति, भूपति, भूपाल ।
निर्भय-निडर, दिलेर, निःशंक, बेधड़क ।
नक्षत्र-तारा, सितारा, खद्योत, तारक ।
निष्ठुर-निर्दय, निर्मम, बेदर्द, बेरहम ।
पत्थर- पाहन, प्रस्तर, संग, अश्म, पाषाण ।
पति-स्वामी, कांत, भर्तार, बल्लभ, भर्ता, ईश ।
पंडित-विद्वान, सुधी, ज्ञानी, धीर, कोविद, प्राज्ञ ।
पार्वती-भवानी, अम्बिका, गौरी, अभ्या, गिरिजा, उमा, सती, शिवप्रिया ।
पुत्र-तनय, आत्मज, सुत, लड़का, बेटा, औरस, पूत ।
पुत्री-तनया, आत्मजा, सुता, लड़की, बेटी, दुहिता ।
प्रतिष्ठा-गौरव, महानता, इज्जत, सम्मान, आबरू, कीर्ति, यश ।
प्रथा-प्रचलन, चलन, रीति, रिवाज, परम्परा, परिपाटी, रूढ़ि ।
प्रलय- कयामत, विप्लव, कल्पान्त, गजब ।
पाला -हिम, तुषार, नीहार, प्रालेय ।
परिवार-कुल, घराना, कुटुम्ब, कुनबा ।
पक्षी-विहग, विहंग, खग, पंछी ।
पताका-झंडा, ध्वज, निशान ।
परिताप-क्लेष, व्यथा, दुःख, पीड़ा ।
फौरन-तत्काल, तत्क्षण, तुरत ।
फूल-सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून, पुष्प, पुहुप ।
बलराम - हलधर, बलवीर, रेवतीरमण, बलभद्र, हली, श्यामबन्धु ।
बंजर- ऊसर, परती, अनुपजाऊ, अनुर्वर ।
बगावत-विप्लव, विद्रोह, गदर ।
बिछोह-वियोग, जुदाई, बिछोड़ा ।
बियावान-निर्जन, सुनसान, वीरान, उजाड़ ।
बिजली- तड़ित, दामिनी, विद्युत, सौदामिनी, चंचला, बीजुरी ।
भय-डर, त्रास, भीति, खौफ ।
भगवान-परमेश्वर, परमात्मा, सर्वेश्वर, प्रभु, ईश्वर ।
भगिनि-दीदी, जीजी, बहिन ।
भंग-नाश, ध्वंस, क्षय, विनाश
भाव- आशय, अभिप्राय, तात्पर्य, अर्थ ।
भाल-ललाट, मस्तक, माथा, कपाल ।
भूखा-बुभुक्षित, क्षुधातुर, क्षुधानु, क्षुधार्त ।
मित्र-सखा, दोस्त, सहचर, सुहृद ।
मनोहर-मनहर, मनोरम, लुभावना, चित्ताकर्षक ।
नृत्यु-देहावसान, देहान्त, पंचतत्त्व, निधान ।
मोती-सीपिज, मौक्तिक, मुक्ता, शशिप्रभा ।
मेंढक-दादुर, दर्दुर, चातक, मण्डूक, वर्षाप्रिय, भेक ।
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रक्त-खून, लहू, रुधिर, शोणित, लोहित, रोहित ।
राय-मत, सलाह, सम्मति, मंत्रणा, परामर्श ।
रोचक-मनोहर, लुभावना, दिलचस्प ।
रक्षा-बचाव, संरक्षण, हिफाजत, देखरेख ।
लज्जा-शर्म, हया, लाज, व्रीडा ।
वन-अरण्य, अटवी, कानन, विपिन ।
विलास-आनन्द, भोग, संतुष्टि, वासना ।
वृक्ष-द्रुम, पादप, तरु, विटप ।
विद्या-ज्ञान, शिक्षा, गुण, इल्म, सरस्वती ।
शिष्ट-शालीन, भद्र, संभ्रान्त, सौम्य ।
शुभ-मंगल, कल्याणकारी, शुभंकर ।
श्वेत-सफेद, सित, धवल ।
संन्यासी-बैरागी, दंडी, विरत, परिव्राजक ।
समीक्षा - विवेचना, मीमांसा, आलोचना, निरूपण सज्जन-भद्र, साधु, पुंगव, सभ्य, कुलीन ।
हाथी-गज, कुंजर, वितुण्ड, मतंग, नाग, द्विरद
क्षणभंगुर -अस्थिर, अनित्य, नश्वर, क्षणिक
क्षुब्ध-व्याकुल, विकल, उद्विग्न ।
क्षीण-दुर्बल, कमजोर, बलहीन, कृश ।
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