जैव प्रक्रम
प्रश्न 1.ऑक्सीहीमोग्लोबिन क्या है?
उत्तर - रुधिरवर्णिका या हीमोग्लोबिन की लाल रक्त कोशिकाओं और कुछ अपृष्ठवंशियों के ऊत्तकों में पाया जानेवाला लौह युक्त ऑक्सीजन का परिवहन करने वाला धातु प्रोटीन है। रक्त में मौजूद हीमोग्लोबिन फेफड़ों या गिलों से शरीर के शेष भाग को ऑक्सीजन का परिवहन करता है, जहाँ वह कोशिकाओं के प्रयोग के लिए ऑक्सीजन को मुक्त कर देता है।
प्रश्न 2. प्रकाश संश्लेषण क्या है? इसका रासायनिक समीकरण लिखें।
अथवा, प्रकाश-संश्लेषण किसे कहते हैं ? इसका महत्त्व लिखिए।
उत्तर प्रकाश-संश्लेषण हरे पौधे सूर्य के प्रकाश द्वारा क्लोरोफिल नामक वर्णक की उपस्थिति में CO, और जल के द्वारा कार्बोहाइड्रेट (भोज्य पदार्थ) का निर्माण करते हैं और ऑक्सीजन गैस बाहर निकालते हैं। इस प्रक्रिया को प्रकाश-संश्लेषण कहते हैं ।
6CO2 + 12H2O सूर्य-प्रकाश क्लोरोफिल → C6H1206 + 6H2O + 602 महत्त्व
(i) इस प्रक्रिया के द्वारा भोजन का निर्माण होता है जिससे मनुष्य तथा अन्य जीव-जंतुओं का पोषण होता है।
(ii) इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन का निर्माण होता है, जो कि जीवन के लिए अत्यावश्यक है। जीव श्वसन द्वारा ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं जिससे भोजन का ऑक्सीकरण होकर शरीर के लिए ऊर्जा प्राप्त होती है।
(iii) इस क्रिया में CO, ली जाती है तथा निकाली जाती है जिससे पर्यावरण में O, एवं CO, की मात्रा संतुलित रहती है।
(iv) कार्बन डाइऑक्साइड के नियमन से प्रदूषण दूर होता है ।
(v) प्रकाश-संश्लेषण के ही उत्पाद खनिज, तेल, पेट्रोलियम, कोयला आदि हैं, जो करोड़ों वर्ष पूर्व पौधों द्वारा संग्रहित किये गये थे।
प्रश्न 3. उत्सर्जन की परिभाषा दें। उत्सर्जी पदार्थ क्या हैं?
उत्सर्जन क्या है ? मानव में इसके दो प्रमुख अंगों के नाम लिखें ।
उत्तर :- शरीर में उपापचयी क्रियाओं द्वारा बने नेत्रजनीय अपशिष्ट पदार्थों का शरीर से बाहर निकालने की क्रिया को उत्सर्जन कहते हैं। जो पदार्थ बाहर निकलता है, उसे उत्सर्जी पदार्थ कहते हैं।
उत्सर्जन अंग
वृक्क (Kidney) -जो रक्त में द्रव्य के रूप में अपशिष्ट पदार्थों (liquid waste product) को मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालता है। फेफड़ा (Lungs)-जो रक्त में गैसीय अपशिष्ट पदार्थों (gaseous waste product) को शरीर से बाहर निकालता है।
प्रश्न 4. श्वसन और दहन में दो अंतर लिखें।
प्रश्न 6. रक्त के दो कार्य लिखें।
उत्तर–रक्त के कार्य —–रक्त एक तरल संयोजी ऊतक है, क्योंकि वह अपने प्रवाह के दौरान शरीर के सभी ऊतकों का संयोजन करता है।
वैसे रक्त के तीन प्रमुख कार्य हैं—
(a) पदार्थों का परिवहन,
(b) संक्रमण से शरीर की सुरक्षा एवं
(c) शरीर के तापमान का नियंत्रण करना ।
प्रश्न 7. मानव में परिवहन तंत्र के घटक कौन-कौन से हैं? दो घटकों के कार्य लिखें।
उत्तर – मानव में परिवहन तंत्र के प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं
(i) हृदय,
(ii) रुधिर,
(iii) धमनियाँ,
(iv) शिरायें तथा
(v) रुधिरप्लेट्स
दो घटकों के कार्य निम्नलिखित हैं
हृदय हृदय रुधिर को शरीर के विभिन्न अंगों की सभी कोशिकाओं में वितरित करता है ।
रुधिर – यह एक गहरे लाल रंग का संयोजी ऊतक है जिसमें तीन प्रकार की कोशिकाएँ स्वतंत्रतापूर्वक तैरती रहती हैं। भोजन, जल, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा अन्य वर्ज्य पदार्थों के अतिरिक्त हॉर्मोंस भी इसी के माध्यम से शरीर के विभिन्न भागों में रहते हैं ।
लाल रुधिर कणिकाओं में उपस्थिति लाल रंग के पाउडर ( हीमोग्लोबिन ) का मुख्य कार्य ऑक्सीजन को फेफड़ों से प्राप्त करके शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुँचाना है। श्वेत रुधिर कणिकाओं का कार्य शरीर में आये हुए रोगाणुओं से युद्ध करके उसे स्वस्थ बनाये रखने में सहायता करना है ।
प्रश्न 8. किण्वन क्या है ?
उत्तर—वह रासायनिक क्रिया जिसमें सूक्ष्मजीव ( यीस्ट) शर्करा का अपूर्ण विघटन करके CO, तथा ऐल्कोहॉल, ऐसीटिक अम्ल इत्यादि का निर्माण होता है, किण्वन (Fermentation) कहलाती है। इसमें कुछ ऊर्जा भी मुक्त होती हैं।
प्रश्न 9. पाचक एंजाइमों का क्या कार्य है ?
अथवा, आमाशय में पाचक रस की क्या भूमिका है ?
उत्तर–पाचक एंजाइम्स पाचक रसों में उपस्थित होते हैं जो पाचक ग्रन्थियों से उत्पन्न होते हैं । प्रत्येक ग्रन्थि का पाचक एंजाइम विशिष्ट प्रकार का होता है जिसका कार्य भी विशिष्ट हो सकता है । ये पाचक एंजाइम भोजन के विभिन्न पोषक तत्त्वों को जटिल रूप से सरल रूप में परिवर्तित करके घुलनशील बनाते हैं । उदाहरणार्थ लार में उपस्थित सैलाइवरी एमाइलेज (टायलिन) कार्बोहाइड्रेट को माल्टोज शर्करा में परिवर्तित कर देता है । इसी प्रकार से पेप्सिन प्रोटीन को पेप्टोन में परिवर्तित करता है । अग्नाशय अग्नाशयिक रस का स्रावण करता है जिसमें ट्रिप्सिन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन का पाचन करता है ।
प्रश्न 12. पादप में भोजन स्थानांतरण कैसे होता है?
उत्तर पादपों में जटिल संवहन ऊतक फ्लोएम द्वारा भोजन का स्थानांतरण होता है। भोजन तथा अन्य पदार्थों का स्थानांतरण संलग्न सखी कोशिका की सहायता से चालनी नालिका में ऊपरिमुखी एवं अधोमुखी दोनों दिशाओं में होता है। सुक्रोस के रूप में भोजन ATP से ऊर्जा लेकर स्थानांतरित होते हैं ।
प्रश्न 13. पादप में जल और खनिज लवण का वहन कैसे होता है?
उत्तर – पादपों के जड़ों में जाइलम एवं फ्लोएम ऊतक पाए जाते हैं। जाइलम से जल का वहन एवं फ्लोएम से खनिज लवण का वहन होता है। जड़ के पास नमी मौजूद रहती है। इस नमी को ये दोनों ऊतकों के माध्यम से जड़ें सोखकर पौधे में परिवहन करती है।
प्रश्न 14. हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की आवश्यकता क्यों अपर्याप्त है ?
उत्तर – मानव जैसे बहुकोशिकीय जीवों जिनके शरीर में कोशिकाएँ तथा ऊतक ही नहीं होते, वरन् अंग तथा अंग संस्थान भी होते हैं, इनमें ऊर्जा की बहुत, आवश्यकता होती है । अधिकांशतः अंग शरीर में अन्दर की ओर स्थित होते हैं, अतः विसरण क्रिया द्वारा उन सभी अंगों को ऑक्सीजन नहीं पहुँचती जिसके परिणामस्वरूप उनमें उपस्थित भोजन का ऑक्सीकरण नहीं हो पाता । परिणामतः शारीरिक अंग कार्य नहीं करते । अतः, मानव जैसे जीवों में ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न अंगों की कोशिकाओं में पहुँचाने हेतु एक तंत्र होता है जिसे श्वसन तंत्र कहते हैं ।
प्रश्न 15. मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है?
उत्तर – मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस का परिवहन रक्त में उपस्थित हीमोग्लोबिन नामक वर्णक की मदद से होता है। यह वर्णक फेफड़ों के वायुकोष में उपस्थित वायु से ऑक्सीजन को ग्रहण कर इसे शरीर के विभिन्न कोशिकाओं में विसरित कर देता है । पुनः यह उपापचय क्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड गैस को ग्रहण कर रक्त परिवहन के द्वारा फेफड़ों तक पहुँचाता है। फेफड़ों द्वारा इस कार्बन डाइऑक्साइड गैस को शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है।
प्रश्न 16. वायवीय (ऑक्सी) श्वसन तथा अवायवीय (अनॉक्सी ) श्वसन में क्या अंतर है ? कुछ जीवों के नाम लिखिए जिसमें अवायवीय श्वसन् होता है।
वायवीय श्वसन अवायवीय श्वसन
(i) श्वसनी पदार्थों के तोड़ने के लिये (i) ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है।
ऑक्सीजन उपयोग होती है ।
(ii) ग्लाइकोलाइसिस साइटोप्लाज्म में (ii) यह साइटोप्लाज्म में ही होती है।
और क्रेब चक्र माइटोकांड्रिया में होता है।
(iii) ATP के 38 अणु बनते हैं । (iii) ATP के केवल दो अणु बनते हैं
(iv) श्वसनी पदार्थ पूर्ण रूप से (iv) इसमें अपचयन अधूरा होता है ।
(अपचयित हो जाता है।
(v) अंतिम उत्पाद CO, और जल हैं । (v) अंतिम उत्पाद इथाइल एल्कोहल
और कार्बन डाइऑक्साइड हैं
17.सजीव के मुख्य चार लक्षण लिखें।
उत्तर -
(i) गति,
(ii) पोषण,
(iii) श्वसन तथा
(iv) उत्सर्जन
प्रश्न 18. कोशिका के चार कोशिकांग का नाम लिखें ।
उत्तर -
(i) केन्द्रक,
(ii) माइटोकॉण्ड्रिया,
(iii) गॉल्जी उपकरण तथा
(iv) तारक केन्द्र
प्रश्न 19. परिसंचरण तंत्र से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – किसी जन्तु के शरीर में विभिन्न पदार्थों के परिवहन के लिए उत्तरदायी अंगतंत्र, परिसंचरण तंत्र कहलाते हैं। जैसे मनुष्य में रूधिर परिसंचरण तंत्र। प्रश्न 20. विषमपोषी पोषण से आप क्या समझते हैं ? [2017A] उत्तर -पोषण की वह विधि जिसमें कोई जीव अपना भोजन स्वयं न बना पाने के कारण अन्य जीवों पर आश्रित रहता है विषमपोषी पोषण कहलाती है। हरे पौधों एवं अन्य स्वपोषियों के अलावा प्रायः सभी सजीव विषमपोषी ही होते हैं।
प्रश्न 21. प्रायोगिक विवरण द्वारा बताएँ कि प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन गैस मुक्त होती है।
अथवा, प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए कि प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन निकलती है ।
उत्तर – प्रयोग—इसे सिद्ध करने के लिए एक बड़े बीकर में जल लेकर उसमें • हाइड्रिला के कुछ पौधे डालकर उसे कीप से ढक देते हैं । इस कीप में सोडियम बाइकार्बोनेट की कुछ मात्रा डाल देते हैं जिससे हाइड्रिला के पौधों को प्रकाश-संश्लेषण के लिए पर्याप्त मात्रा में CO, मिलती रहे । अब कीप के ऊपर पानी से एक परखनली को उलटकर रख देते हैं । अब इस पूरे उपकरण को सूर्य प्रकाश में रखकर कुछ देर बाद देखते हैं कि हाइड्रिला के पौधे से बुलबुले उठकर परखनली के ऊपरी सिरे में एकत्रित होते हैं तथा परखनली के पानी का तल नीचे की ओर गिरने लगता है। परीक्षण के बाद पता चलता है कि यह गैस ऑक्सीजन है, जिससे सिद्ध होता है कि प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन निकलती है।
प्रश्न 22. पौधे में गैसों का आदान-प्रदान कैसे होता है ?
उत्तर- पौधों में गैसों का आदान-प्रदान उनकी पत्तियों में उपस्थित रन्ध्र के द्वारा होता है। उनके CO, एवं 02 का आदान-प्रदान विसरण-क्रिया द्वारा होता है, जिसकी दिशा पौधों की आवश्यकता एवं पर्यावरणीय अवस्थाओं पर निर्भर करती है।
प्रश्न 23. पित्त क्या है ? मनुष्य के पाचन में इसका क्या महत्त्व है ?
अथवा, पाचन में पित्त रस का महत्त्व लिखिए।
उत्तर- पित्त रस प्रत्यक्ष रूप से भोजन के पाचन में भाग नहीं लेता है, लेकिन. इसमें विभिन्न प्रकार के रसायन होते हैं जो पाचन क्रिया में सहायता करते हैं। इस तरह पित्त रस निम्नलिखित महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है
(i) यह अमाशय से आए भोजन के अम्लीय प्रभाव को क्षारीय बनाता है।
(ii) यह जीवाणुओं को मारता है तथा इसकी उपस्थिति में ही अग्नाशयी रस कार्य करता है ।
(iii) यह आंत की दीवार को क्रमाकुचन के लिए उत्तेजित करता है। ।
(iv) यह वसा में घुलनशील विटामिनों के अवशोषण में सहायक होता है
(v) यह कुछ विषैले पदार्थों; जैसे-कोलेस्ट्रॉल और धातुओं के उत्सर्जन में सहायक होता है ।
प्रश्न 24. श्वसन और श्वासोच्छवास में क्या अन्तर है ?
श्वसन श्वासोच्छावास
1. यह क्रिया कोशिका के भीतर होती है। 1. यह क्रिया कोशिकाओं के बाहर होती है
2. इसमें एन्जाइमों की आवश्यकता होती है। 2. इसमें एन्जाइमों की आवश्यकता नहीं होती है ।
प्रश्न 25. उत्सर्जन और स्त्राव में अंतर स्पष्ट करें ।
उत्सर्जन स्राव
1. इस प्रक्रिया में उपापचय क्रियाओं में 1. इस प्रक्रिया में ग्रन्थियों द्वारा
बने वर्ज्य पदार्थों को शरीर से बाहर द्रव स्रावित किये जाते हैं ।
निकाला जाता है ।
2. इसमें उत्सर्जी पदार्थ बनते हैं। 2.इसमें अंतःस्रावी और बहिःस्रावी
3. त्वचा, फेफड़े, यकृत आदि उत्सर्जन ग्रन्थियाँ स्त्राव करती हैं।
अंग होते हैं । 3. पाचक ग्रन्थियाँ, यकृत और सभी
हार्मोन ग्रन्थियाँ स्राव करती हैं।
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