लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions).
1. पुनर्जागरण से क्या समझते हैं?
उत्तर- पन्द्रहवीं शताब्दी में इटली में एक नया आंदोलन आरंभ हुआ जिसे
पुनर्जागरण कहा जाता है। पुनर्जागरण का शाब्दिक अर्थ होता है-“फिर से जागना "। इस
आंदोलन ने लोगों को स्वतंत्र रूप से सोचने और पहले से चले आ रहे रूढ़िवादी सिद्धांतों
पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। फलतः वैज्ञानिक पद्धति का विकास हुआ।
2. पूँजीवादी से क्या समझते हैं?
उत्तर-भौगोलिक खोजों के द्वारा यूरोपीय देशों के व्यापारियों ने बहुत लाभ कमाया।
अत्यधिक लाभ के कारण इनके पास काफी पूँजी एकत्रित हो गई जिसको पुनः
उन्होंने व्यापार में लगाया। पन्द्रहवीं शताब्दी के अंत तक यूरोप में जिस नयी
सामाजिक व्यवस्था का जन्म हुआ, उसे पूँजीवाद के नाम से जाना गया। .
3.औद्योगिक क्रांति से क्या समझते हैं?
उत्तर- . यूरोप में पूँजीवाद के विकास के साथ-साथ उत्पादन के तरीकों में परिवर्तन
होने लगा। उत्पादन कार्य अब हाथों के बदले मशीनों से तैयार किया जाने लगा।
मशीनीकरण की यह प्रक्रिया सर्वप्रथम इंगलैंड में अठाहरवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में
शुरू हुई और फिर धीरे-धीरे यूरोप के अन्य देशों में भी फैली। इसे ही औद्योगिक
क्रांति का नाम दिया गया।
4.साम्राज्यवाद से क्या समझते हैं?
उत्तर-शक्तिशाली देशों के द्वारा सैनिक अथवा अन्य तरीके से अपने अधीनस्थ
देशों के भू-भाग को अपने अधीन कर उस पर अपना राजनीतिक प्रभुत्व स्थापित
करना ही साम्राज्यवाद कहलाता है।
5. सरकारी दस्तावेजों को हम कैसे और कहाँ सुरक्षित रख सकते हैं?
उत्तर- उन्नीसवीं सदी के मध्य तक छपाई तकनीक के कारण सरकारी विभाग की
कार्रवाइयों के दस्तावेज की कई प्रतियाँ बनाई जाने लगी। इन महत्त्वपूर्ण दस्तावेजों
को अभिलेखागारों पुस्तकालयों संग्रहालयों, कलेक्टर तथा कमीश्नरी के कार्यालयों
तथा कचहरी के रिकार्ड रूम में सुरक्षित रखा जा सकता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
1. मध्यकाल और आधुनिक काल के ऐतिहासिक स्रोतों में आप क्या फर्क पाते
हैं। उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर- मध्यकाल के ऐतिहासिक स्त्रोत उस समय के हथियार अभिलेखों, ताम्रपत्र
तथा पाण्डुलिपियां हैं जिसकी सहायता से उस समय के शासकों के संबंध में
'जानकारियां मिलती है। अनेक प्रामाणिक ग्रंथों को भी लिखा गया जिससे उस समय
के समाज तथा प्रशासन की जानकारी मिलती है।
आधुनिक काल के ऐतिहासिक स्रोतों में काफी वृद्धि हुई। मशीनीकरण के
कारण यातायात एवं वाणिज्य-व्यापार का विकास हुआ। छापाखाने के आविष्कार के
कारण पांडुलिपि या दस्तावेज की नई प्रतियां बनने लगी जिसे अभिलेखागारों में
सुरक्षित रखा जाने लगा। इस तरह मध्यकाल के ऐतिहासिक स्रोतों की तुलना में
आधुनिक काल के ऐतिहासिक स्रोत काफी प्रामाणिक एवं उपयोगी हैं।
2.जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को जिस प्रकार कालखंडों में बाँटा, उससे
आप कहाँ तक सहमत हैं?
उत्तर- अपनी पुस्तक 'हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इंडिया' में जेम्स मिल ने भारतीय
इतिहास को हिन्दू, मुस्लिम एवं ब्रिटिश तीन कालखंडों में बाँटा। यही विभाजन
शासकों के धर्म के आधार पर किया गया था, लेकिन धर्म के आधार पर इस
विभाजन से मैं सहमत नहीं हूँ क्योंकि धर्म के आधार पर ऐतिहासिक कालखण्ड में
बाँटना उचित प्रतीत नहीं होता है। किसी देश के ऐतिहासिक निर्धारण का आधार उस
देश की आर्थिक सामाजिक तथा राजनीतिक परिस्थितियां होती है।
3. यूरोप में हुए परिवर्तन किस प्रकार आधुनिक काल के निर्माण में सहायक हुई?
उत्तर- आधुनिक काल के निर्माण में यूरोप में हुए दो परिवर्तनों की भूमिका कॉफी
महत्त्वपूर्ण थी। पहला पुनर्जागरण आंदोलन तथा दूसरा भौगोलिक खोज, पुनर्जागरण
आंदोलन के द्वारा लोगों को स्वतंत्र रूप से सोचने तथा प्राचीन सिद्धांतों पर प्रश्न
उठाने के लिए प्रेरित किया। फलतः वैज्ञानिक पद्धति का विकास हुआ। लोगों ने
राजनीतिक तथा धार्मिक सत्ता के खिलाफ आवाज उठायी।
भौगोलिक खोजों के कारण दुनिया के अन्य देशों तक पहुँचने के प्रयास शुरू हुए।
एशिया और अमेरिका के देशों तक पहुँचने के लिए समुद्री मार्ग की खोज के कारण ही
यूरोप के देशों का इस नए देशों के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित हुआ। इस प्रकार यूरोप
हए दोनों परिवर्तन आधनिक काल के निर्माण में काफी हदतक सहायक हई।
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