जिला अरवल
अरवल की स्थिति (Location of Arwal)
मुख्यालय (Headquarters ) – अरवल
मंडल (Division) – मगध प्रमंडल
क्षेत्रफल (Area) – 634.23 वर्ग किलोमीटर
भाषा (Language) - मगही एवं हिंदी
सीमा रेखा
पूर्व में – जहानाबाद जनपद,
पश्चिम में - भोजपुर और रोहतास जनपद
उत्तर में – पटना और भोजपुर जनपद,
दक्षिण में - गया और औरंगाबाद जनपद
राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) – NH-110
नदियाँ (Rivers )
● सोन नदी
अरवल की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Arwal)
विधानसभा सीट (Assembly Seat) – 2 (अरवल, कुर्था )
लोकसभा सीट (Lok Sabha Seat) - 1 ( जहानाबाद) तहसील / अंचल (Tehsil / Zone) - 5 ( अरवल, कलेर, करपी, कुर्था, बंशी )
अनुमंडल (Subdivision) - 1 (अरवल)
प्रखंड (Block) – 5 (अरवल, कलेर, करपी, कुर्था, बंशी सुर्यपुर)
कुल ग्राम (Total Village ) - 335
कुल ग्राम पंचायत (Total Gram Panchayat) – 65 नगर निगम (Municipal Corporation) - 1
अरवल की जनसंख्या (Population of Arwal)
कुल जनसंख्या (Total Population) - 7,00,843 पुरुष जनसंख्या (Male Population ) - 3,63,497 महिला जनसंख्या (Female Population) – 3,37,346 शहरी जनसंख्या (Urban Population) – 51,849
ग्रामीण जनसंख्या (Rural Population) – 6,48,994
साक्षरता दर (Literacy Rate)- 67.43%
पुरुष साक्षरता (Male Literacy) - 79.06% महिला साक्षरता (Female Literacy) - 54.85% जनसंख्या घनत्व (Population Density) - 1,098
लिंगानुपात (Sex Ratio) – 928
जनसंख्या वृद्धि दर (Population Growth Rate) 18.89%
धार्मिक जनसंख्या (Religious Population)
हिन्दू जनसंख्या – 6,34,099 (90.48%)
मुस्लिम जनसंख्या - 64,259 (9.17%) -
ईसाई जनसंख्या - 390 (0.06% )
सिख जनसंख्या - 59 ( 0.01% )
बौद्ध जनसंख्या - 323 ( 0.05% )
जैन जनसंख्या - 74 (0.01%)
अरवल के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Arwal)
शिक्षण संस्थान (Teaching Institute) - आर0 सी0 एस0 कॉलेज (कुर्था), जी0 ए0 बालिका उच्च विद्यालय (अरवल), फतेहपुर संडा महाविद्यालय
धार्मिक स्थल (Religious Place) - मखदूम शाह का मज़ार, मधुस्रावा आश्रम, गौतम बुद्ध का मंदिर, फखरपुर मंदिर प्रसिद्ध स्थल (Famous Place) - अगनुर जल विदुत परियोजना
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य - -
अरवल जिला, जहानाबाद जिला से अलग होकर अगस्त 2001 में बनाया गया था।
यह जिला नक्सल प्रभावी जिलों के रूप में जाना जाता है।
यहाँ पर खेतिहर भूमि प्रचुर मात्र मैं उपलब्ध है एवं यहाँ उद्योगों का अभाव है इसीलिए खेती ही इस जिला की मुख्य आमदनी का स्रोत है।
अरवल जिला का सोन नदी के किनारे होने के कारण यहाँ खेतों में सिचाई अच्छी तरह से होती है एवं किसानो को इसका फायेदा मिलता है।
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