अभ्यास 2.परमाणु एवं अणु
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1. संहति संरक्षण का नियम–एक रासायनिक अभिक्रिया के दौरान अभिक्रमकों की कुल संहति अभिक्रिया के बाद उत्पादों की कुल संहति के समान होती है अर्थात् अभिक्रमकों तथा उत्पादों की कुल संहति हमेशा स्थिर रहती है ।
2. स्थिर अनुपात का नियम–एक शुद्ध रासायनिक पदार्थ हमेशा एक ही प्रकार के तत्त्वों से मिलकर बना होता है तथा इन तत्त्वों के परमाणु का संहति के अनुसार एक निश्चित अनुपात होता है चाहे वह शुद्ध पदार्थ किसी भी स्रोत द्वारा प्राप्त किया गया है ।
3. परमाणु–किसी तत्त्व का वह सूक्ष्म से सूक्ष्म कण जो स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता (नोबल गैसों के अतिरिक्त) तथा उसमें उस तत्त्व के सभी गुण विद्यमान हों, परमाणु कहलाता है ।
4. अणु– किसी पदार्थ (तत्त्व अथवा यौगिक) का वह सूक्ष्म-से-सूक्ष्म कण जो स्वतंत्र अवस्था में रह सकता है तथा जिसमें उस पदार्थ के सभी गुण विद्यमान हों, अणु कहलाता है ।
5. परमाणु द्रव्यमान—किसी तत्व के एक परमाणु का वह औसत साक्षेप द्रव्यमान जो कार्बन-12 के एक परमाणु के द्रव्यमान को 12 इकाई मानकर उसके 1 वें भाग के सापेक्ष लिया जाता है ।
6. परमाणु द्रव्यमान इकाई–कार्बन के विशिष्ट समस्थानिक (कार्बन-12) के एक परमाणु के द्रव्यमान के 12 वें भाग के रूप में परिभाषित करते हैं ।
7. बक-मिंस्टर फुलेरीन—यह हाल ही में खोज की गई कार्बन की एक अवस्था है जिसका अणु-सूत्र C60 है और इसकी आकृति एक फुटबॉल तरह होती है जिसमें पाँच तथा छः सदस्यीय वलय संरचनाएँ होती हैं । 8. आयन–यह एक आवेशित कण होता है जिस पर धनात्मक अथवा ऋणात्मक आवेश होता है ।
9. बहु परमाण्विक आयन-जब एक से अधिक तत्त्वों के परमाणु आपस में जुड़कर एक सामान्य धनावेश अथवा ऋणावेश आयन बनाते हैं तो वे आयन बहु परमाण्विक आयन कहलाते हैं ।
10. संयोजकता—किसी तत्त्व की दूसरे तत्त्वों के साथ संयोग करने की क्षमता को उस तत्त्व की संयोजकता कहते हैं
11. रासायनिक सूत्र–किसी यौगिक का रासायनिक सूत्र उसका रासायनिक संघटन प्रदर्शित करता है अर्थात् उसमें कौन-कौन से संघटक परमाणु हैं तथा प्रत्येक संघटक तत्त्वों की संख्या कितनी है ।
12. अणु द्रव्यमान—यह किसी पदार्थ के एक अणु का वह औसत आपेक्षिक द्रव्यमान है जो कार्बन-12 के एक परमाणु के द्रव्यमान को 12 इकाई मानकर
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. एक अभिक्रिया में 5.3 g सोडियम कार्बोनेट एवं 6.0 g एथेनॉइक अम्ल अभिकृत होते हैं। 2.2g कार्बन डाइऑक्साइड, 8.2g सोडियम एथोनोएट तथा 0.9 g जल उत्पाद के रूप में प्राप्त होते हैं। इस अभिक्रिया द्वारा दिखाइए कि यह परीक्षण द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुरूप है । सोडियम कार्बोनेट + एथेनॉइक अम्ल सोडियम एथेनोएट + कार्बन डाइऑक्साइड + जल
उत्तर- दी गई रासायनिक अभिक्रिया निम्न प्रकार से हैसोडियम कार्बोनेट + ऐथेनॉइक अम्ल सोडियम एथेनोएट + कार्बन डाइऑक्साइड + जल विलयन) (जलीय विलयन) (i) अभिक्रमकों की कुल द्रव्यमान = सोडियम कार्बोनेट का द्रव्यमान + एथेनॉइक = 11.3g अम्ल का द्रव्यमान = 5.3g (ii) उत्पादों का कुल द्रव्यमान = सोडियम एथेनोएट + कार्बन डाइऑक्साइड 11.3g® + 6.0g + जल = 8.2g + 2.2g + 0.9g = अभिक्रमकों का कुल द्रव्यमान तथा उत्पादों का कुल द्रव्यमान समान है। अतः संहति के संरक्षण के नियम को प्रदर्शित करते हैं ।
प्रश्न 2. हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन द्रव्यमान के अनुसार 1 : 8 के अनुपात में संयोग करके जल बनाते हैं । 3g हाइड्रोजन गैस के साथ पूर्णतया संयोग करने के लिए कितने ऑक्सीजन गैस के द्रव्यमान की आवश्यकता होगी
उत्तर–जल में संहति के अनुसार हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का अनुपात 8 1 ग्राम हाइड्रोजन पूर्णतया क्रिया करके जल बनाने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन = 8 ग्राम = 1: 3 ग्राम हाइड्रोजन के पूर्णतया क्रिया करने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन = 8 × 3 = 24 ग्राम ।
प्रश्न 3. डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त का कौन-सा अभिग्रहित द्रव्यमान के संरक्षण नियम का परिणाम है
उत्तर – संहति संरक्षण के नियम डाल्टन के निम्नलिखित सिद्धान्त पर आधारित तत्त्व के परमाणुओं को किसी भी विधि द्वारा न तो नष्ट किया जा सकता है और न ही उत्पन्न किया जा सकता है ।
प्रश्न 4. डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त का कौन-सा अभिग्रहीत निश्चिर अनुपात के नियम की व्याख्या करता है ?
उत्तर—डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के निम्नलिखित अभिग्रहीत निश्चित अनुपात के नियम की व्याख्या करते हैं :
किसी भी यौगिक में परमाणुओं की सापेक्ष संख्या एवं प्रकार निश्चित होते हैं तथा भिन्न-भिन्न तत्त्वों के परमाणु परस्पर छोटी पूर्ण-संख्या के अनुपात में संयोग कर यौगिक निर्मित करते हैं ।
प्रश्न 5. परमाणु द्रव्यमान इकाई को परिभाषित
उत्तर–परमाणु द्रव्यमान इकाई : कार्बन-12 समस्थानिक के एक परमाणु के द्रव्यमान के 1/12 वें भाग को परमाणु द्रव्यमान इकाई के रूप में लिया जाता कीजिए ।
प्रश्न 6. एक परमाणु को आँखों द्वारा देखना क्यों संभव नहीं होता है ?
उत्तर–परमाणु बहुत छोटे होते हैं। ये किसी भी वस्तु जिसकी हम कल्पना या तुलना कर सकते हैं, से भी बहुत छोटे होते हैं। लाखों परमाणुओं को जब एक के ऊपर एक चट्टे के रूप में रखें, तो बड़ी कठिनाई से कागज की एक शीट जितनी मोटी परत बन पाएगी । परमाणु का आकार 10-10 m होता है, अतः हम इसे नगण्य मान सकते हैं जिसे आँखों द्वारा नहीं देख सकते ।
प्रश्न 7. तालिका (a) में दिए गए यौगिकों में विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं का संहति के अनुसार अनुपात तथा तालिका (b) में दिए गए परमाणु द्रव्यमान के आधार पर निम्नलिखित तालिका में दिए गए यौगिकों में विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं का संख्या के अनुसार अनुपात ज्ञात कीजिए
उत्तर– (i) जल में हाईड्रोजन ऑक्सीजन का संहति के अनुसार
अनुपात = 1 : 8 =
हाइड्रोजन का परमाणु द्रव्यमान = 1.0
ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान = 16.0
(तत्त्वों का संख्या के अनुसार अनुपात, संहति के अनुसार अनुपात द्रव्यमान से भाग करके ज्ञात किया जा सकता है ।) को परमाणु हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन की संख्या के अनुसार
अनुपात 1/8 :8/16
= 1: 1/2 Ans.
(ii) अमोनिया में नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन का संहति के अनुसार
अनुपात = 14:3
नाइट्रोजन का परमाणु द्रव्यमान = 14
हाइड्रोजन का परमाणु द्रव्यमान = 1
नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन का संख्या के अनुसार
अनुपात 14/14:3/1
= 1 : 3 Ans.
(iii) कार्बन डाइऑक्साइड में कार्बन तथा ऑक्सीजन का संहति के अनुसार
अनुपात= 3 : 8
कार्ब: का परमाणु द्रव्यमान= 12.0
ऑक्सीजन की परमाणु = 16.0
कार्बन तथा ऑक्सीजन की संख्या के अनुसार अनुपात
3/12:8/15 =1/4:1/2=1:2
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