अभ्यास 5 जीवो में विविधता
प्रश्न : उन जीवों के नाम बताइए जो वर्गीकरण से बाहर रखा गया है |
उत्तर : वायरस और प्रीओन (Prion) |प्रश्न: आदिम जीव किन्हें कहते हैं ?
उत्तरः कुछ जीव समूहों की शारीरिक संरचना में प्राचीन काल से लेकर आज तक कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ है | ऐसे जीवों को आदिम जीव कहते हैं ।
प्रश्न: उन्नत जीव किन्हें कहते हैं ?
उत्तर: कुछ जीव समूहों की शारीरिक संरचना में पर्याप्त परिवर्तन दिखाई पड़ते हैं | ऐसे जीवों को उन्नत जीव कहते हैं ।
प्रश्न: पौधे किसे कहते हैं ?
उत्तरः जो प्रकाश संश्लेषण की क्रिया संपन्न करते हैं, वे पौधें कहलाते हैं |
प्रश्न: उस जीव जगत का नाम लिखिए जिनमें गमन लिए सिलिया, फ्लैंजेला नामक संरचना पाई जाती है ।
उत्तर: प्रॉटिस्टा जगत |
प्रश्न: व्हिटेकर के द्वारा प्रस्तुत जीवों के पांच जगत कौन से हैं ?
उत्तरः जीवों के पांच जगत निम्नलिखित हैं
(1) मोनेरा
(2) प्रॉटिस्टा
(3) फंजाई
(4) प्लान्टी
(5) एनिमेलिया
प्रश्नः उस जीव को क्या कहते हैं जो अपने भोजन के लिए सड़े गले कार्बोनिक पदार्थों पर निर्भर रहते हैं ?
उत्तरः मृतजीवी |
प्रश्न: सहजीविता किसे कहते है ?
उत्तरः कवकों की कुछ प्रजातियाँ नील हरित शैवाल (साइनों बैक्टीरिया) के साथ स्थायी अंतर सम्बन्ध बनाते है जिसे सहजीविता या सहजीवी सम्बन्ध कहते हैं |
प्रश्न: एक सहजीवी सम्बन्ध बनाने वाले जीव का नाम लिखिए |
उत्तर: लाईकेन |
प्रश्न: फंजाई वर्ग के दो जीवों के नाम लिखों |
उत्तरः (1) यीस्ट (2) मशरूम
प्रश्न: प्रॉटिस्टा वर्ग में किस प्रकार के जीव आते है | दो जीवों का उदाहरण दीजिए |
उत्तर: प्रॉटिस्टा वर्ग में एक कोशिकीय युकैरिओटिक जीव आते हैं | उदाहरण: अमीबा और पैरामिशियम |
प्रश्न: प्लान्टी वर्ग को कितने भागों में बाँटा गया है ?
उत्तर: प्लान्टी वर्ग को पांच भागों में बाँटा गया है -
(1) थैलोफाइटा
(2) टेरिडोफाइटा
प्रश्न: प्लान्टी वर्ग को कितने भागों में बाँटा गया है ?
(1) थैलोफाइटा
(2) टेरिडोफाइटा
(3) ब्रायोफाइटा
(4) जिम्नोस्पर्म
(5) एन्जियोस्पर्म
प्रश्न: थैलोफाईटा के जीव मुख्य रूप से कहाँ पाए जाते हैं ?
उत्तरः जल में 1
प्रश्न- फेनेरोगेम्स किसे कहते हैं ?
उत्तर - वे पौधे जिनमें जनन ऊतक पूर्ण विकसित एवं विभेदित होते हैं तथा जनन प्रकिया के पश्चात् बीज उत्पन्न करते हैं, फेनेरोगेम्स कहलाते हैं ।
प्रश्न- क्रिप्टोगैम किसे कहते हैं ?
उत्तर - वे जीव जिनमे जननांग प्रत्यक्ष होते हैं तथा इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नही होती है। अंत: ये क्रिप्टोगैम कहलाते हैं ।
प्रश्न- जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म में कोई दो अंतर लिखो।
उत्तर -
जिम्नोस्पर्म
1. ये नग्न बीज उत्पन्न करते हैं ।
2. ये पौधे बहुवर्षीय सदाबहार तथा काष्ठीय होते हैं ।
कशेरुकी
1. एनीमीलिया जगत् को दो भागों में बाँटा गया हैं
2. अकशेरुकी
प्रश्न- जीवों के वर्गीकरण के क्या लाभ है ?
1. ये फल के अंदर बीज उत्पन्न करते हैं ।
2. इनमें पुष्पी पादप होते हैं ।
प्रश्न- वर्गीकरण विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है ?
उत्तर केरोलस लिनियस । - ।
प्रश्न - एनीमीलिया जगत् को कितने भागो में बाँटा गया हैं ?
उत्तर जीवों के वर्गीकरण के लाभ -
1. यह जीवों के विभिन्न समूहों के बीच संबंध बताता हैं ।
2. यह जीवों के विकास के बारे में बताता है।
3. यह विविध जीवों के अध्ययन को सरल बनाता है।
प्रश्न- मनुष्य का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर - होमो सेपियन्स
प्रश्न- मेंढक का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर- राना टिग्रीना ।
प्रश्न- बिल्ली का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर फेलिस डोमेस्टिका ।
प्रश्न: बाघ का वैज्ञानिक नाम लिखिए |
उत्तर: फैलिस फोरेस्टिका |
प्रश्न - द्वि-नाम पद्धति से आप क्या समझते है ?
उत्तर - प्रत्येक जीवों को सही पहचान के लिए दो नाम रखे गए है । एक पहला जीनस और दूसरा स्पीशीज का होता । जिसे वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है। जैसे मनुष्य का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियन्स है। होमो मनुष्य के जीनस - ( वंश ) का नाम है । सेपियन्स - मनुष्य के स्पीशीज; जाति ) का नाम है ।
प्रश्न- द्वि-नाम पद्धति के क्या लाभ है ?
उत्तर हम जीवों को उनके समान्य नाम से नहीं पहचान नही कर सकते है। क्योंकि हर भाषा और क्षेत्र में जीवों का अलग अलग नाम है। जब हमें किसी जीव की वैज्ञानिक नाम का पता हो तो हम असानी से उसकी पहचान कर सकते हैं। द्वि-नाम पद्धति में पहला नाम जीनश तथा दूसरा नाम स्पिशिज का होता है।
प्रश्न - जीव जगत का सबसे बड़ा फाइलम कौन सा है ?
उत्तर- आर्थोपोडा ।
प्रश्न - जीव जगत का वह कौन सा फाइलम है जिसमें जीवों के शरीर खण्डयुक्त और पैर जुड़े हुए होता है ।
उत्तर - आर्थोपोडा ।
प्रश्न उस फाइलम का नाम बताइए जिनके शरीर पर कवच होता है ?
उत्तर - मोलस्क ।
प्रश्न- स्पाइरोगाइरा क्या है ?
उत्तर - स्पाइरोगाइरा एक शैवाल है। ये मुख्य रूप से जल में पाया जाता है । यह पादप जगत के थैलोफाइटा वर्ग का जीव हैं ।
प्रश्न- पादप जगत का वह कौन सा वर्ग है जिसे पादप वर्ग का उभयचर कहा जाता है ?
उत्तर- ब्रायोफाइटा ।
प्रश्न- बीजाणु किसे कहते है ?
उत्तर - थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, और टेरिडोफाइटा में नग्न भ्रूण पाए जाते है जिन्हें बीजाणु (spore ) कहा जाता है प्रश्न- सरलतम पौधों को किस वर्ग में रखा गया है ?
उत्तर - • थैलोफाइटा ।
प्रश्न- जीवों के वर्गीकरण में कोशिकिय संरचना का अधार क्या है?
उत्तर - प्रोकैरियोटी कोशिका तथा यूकैरियोटी कोशिका |
प्रश्न- प्लांटी जगत के कौन कौन से पादपों को क्रिप्टोगैम कहा जाता है। और क्यो ?
उत्तर - थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, और टेरिडोफाइटा को क्रिप्टोगैम कहा जाता है। क्योकि इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नही होती है।
प्रश्न: बाह्य कंकाल एवं अंतः कंकाल में अंतर लिखिए |
उत्तर: बाह्य कंकाल एवं अंतः कंकाल में निम्न अंतर है ।
बाय कंकाल
1. शरीर के बाहरी भाग में स्थित कठोर भाग को बाह्य कंकाल कहते है |
2. यह शरीर को आकार एवं रक्षा दोनों प्रदान करता है
3. यह काईटिन एवं कैल्शियम कार्बोनेट का बना होता है
4. उदाहरण- आर्थोपोडा, इकाइनोडर्मेटा एवं मोलस्का आदि । ।
अंत: कंकाल
1. शरीर के भीतरी भाग में पाए जाने वाले कठोर भाग को अंतः कंकाल कहते है ।
2. यह अस्थि एवं उपास्थि का बना होता है ।
3. उदाहरण- मत्स्य, उभयचर, सरीसृप, पक्षी एवं स्तनपायी आदि ।
प्रश्न- पोरिफेरा जीवों में अनेक छिद्र पाये जाते हैं। इन जीवों में इन छिद्र का क्या कार्य है ?
उत्तर- इन छिद्रों के माध्यम से ये जीव जल, ऑक्सिजन और भोज्य पदार्थों का संचरण करते है ?
प्रश्न- पोरिफेरा समुह के जीव समान्यतः कहाँ पाये जाते है ? इनकी शरीर की बनावट कैसी होती है ?
उत्तर - ये समुद्री अवास में पाये जाते हैं। इनका शरीर कठोर आवरण अथवा बाह्य कंकाल से ढका होता हैं ।
प्रश्न - पोरिफेरा समुह के जीवों को समान्यतः किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर- स्पांज के नाम से ।
प्रश्न- जीवों के उस समुह का नाम बताइए जिनकी त्वाचा शल्क और प्लेटों से ढकी रहती हैं ।
उत्तर मत्स्य वर्ग ।
प्रश्न - प्राणी जगत के उस वर्ग का नाम लिखिए जिनमें नवजात के पोषण के लिए दुग्ध ग्रंथियाँ पाई जाती है।
उत्तर स्तनधारी वर्ग । -
प्रश्न - उस स्तनधारी का नाम बताओं जो अंडे देते है ?
उत्तर- इकिड्ना और प्लेटिपस ।
प्रश्न- थैलोपफाइटा समुह के जीवों का गुण लिखों ।
उत्तर. -
(i) इन पौधों की शारीरिक संरचना में विभेदीकरण नहीं पाया जाता है।
(ii) इस वर्ग के पौधें को समान्यतया शैवाल कहा जाता है।
(iii) यह जलीय पौधे होते है।
(iv) उदाहरणार्थ, यूलोथ्रिक्स, स्पाइरोगाइरा, कारा इत्यादि ।
प्रश्न - ब्रायोपफाइटा समुह के जीवों का गुण लिखों ।
उत्तर :(i) इस प्रकार के पौधे जलीय तथा स्थलीय दोनों होते हैं, इसलिए इन्हें पादप वर्ग का उभयचर कहा जाता है।
(ii) यह पादप, तना और पत्तों जैसी संरचना में विभाजित होता है।
(iii) इसमें पादप शरीर के एक भाग से दूसरे भाग तक जल तथा दूसरी चीजों के संवहन वेफ लिए विशिष्ट उतक नहीं पाए जाते हैं।
(iv) उदाहरणार्थ, मॉस; फ्रयूनेरियाद्ध, मार्वेफशिया आदि
प्रश्न- टेरिडोपफाइटा समुह के जीवों का गुण लिखों ।
उत्तर -
(i) इस वर्ग के पौधें का शरीर जड़, तना तथा पत्ती में विभाजित होता है।
(ii) जल तथा अन्य पदार्थों के संवहन के लिए संवहन ऊतक भी पाए जाते हैं।
(iii) उदाहरणार्थ- मार्सीलिया, फर्न, हॉर्स-टेल इत्यादि ।
(iv) नग्न भ्रूण पाए जाते हैं, जिन्हें बीजाणु;चवतमद्ध कहते हैं।
(v) इसमें में जननांग अप्रत्यक्ष होते हैं।
(vi) इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नहीं होती है।
प्रश्न- जिम्नोस्पर्म के गुण लिखों ।
उत्तर (i) इनमें नग्न बीज पाया जाता हैं।
(ii) ये बहुवर्षिय तथा काष्ठिय पौधे होते है।
(iii) उदाहरणार्थ- पाइनस तथा साइकस।
प्रश्न- जिम्नोस्पर्म के गुण लिखों ।
उत्तर
(i) इन पौधें के बीज फलों के अंदर ढके होते हैं।
(ii) इन्हें पुष्पी पादप भी कहा जाता है।
(iii) इनमें भोजन का संचय या तो बीजपत्रों में होता है या फिर भ्रूणपोष में।
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