प्राइवेट स्कूलों में दाखिला लेने पर 1100 रु. तक फीस सरकार भरेगी
ये है स्कूलों में फीस पर सरकार की नीति
• सरकार राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से फीस ले रही है। पहली से तीसरी के लिए 200, चौथी-पांचवीं के लिए 250, छठी से 8वीं के लिए 300, 9वीं 10वीं के लिए 400 और 11वीं-12वीं के लिए 500 रुपए मासिक फीस है। इसके अलावा पहली से 5वीं के लिए 500 और छठी से 12वीं के लिए एक हजार रुपए दाखिला फीस है। जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत मलिक का कहना है कि मॉडल संस्कृति स्कूलों में बीपीएल वर्ग के विद्यार्थियों की फीस माफ है।
यह सरकारी स्कूलों को खत्म करने की साजिश
• चिराग योजना के तहत शिक्षा विभाग सालाना 1.80 लाख रु. की आय वाले परिवारों के राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने पर प्राइवेट स्कूलों को मासिक फीस के तौर पर 700 से 1100 रुपए देगा। योजना के तहत दूसरी से 5वीं कक्षा के लिए 700, छठी से 8वीं के लिए 900 और 9वीं से 12वीं के लिए 1100 रुपए मासिक या स्कूल द्वारा फार्म-6 में भरी गई फीस के अनुसार सरकार भुगतान करेगी।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान विरेंद्र गढ़ी रोड़ान का कहना है कि चिराग योजना राजकीय स्कूलों को जलाने व प्राइवेट स्कूलों को उजाला देने की योजना है। ये आदेश सरकारी स्कूलों को खत्म करने की साजिश है। यह सरकार का दोहरा रवैया है। सरकार राजकीय शिक्षा व्यवस्था के ढांचे को इन योजनाओं के माध्यम से खत्म कर रही है, इसे शिक्षक बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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सरकारी स्कूलों में पढ़ने पर खुद देनी पड़ रही 500 रु. 500 रु. तक फीस
भास्कर न्यूज | कुरुक्षेत्र/ प्रदेश के विभिन्न जिलों से
प्रदेश सरकार नियम 134ए की जगह अब चिराग योजना लाई है। इसके तहत सालाना 1.80 लाख रुपए तक की आय वाले परिवारों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का दाखिला प्राइवेट स्कूलों में करा सकते हैं। इन बच्चों की 700 से 1100 रुपए फीस सरकार भरेगी। लेकिन ये दाखिले उन्हीं स्कूलों में होंगे, जिन्होंने योजना के तहत दाखिलों की सहमति दी है। विद्यार्थियों को 8 जुलाई तक आवेदन करना है। इस योजना को लेकर शिक्षकों में रोष है। उनका कहना है कि सरकार राजकीय स्कूलों में दाखिले के बजाय बच्चों को प्राइवेट में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। मॉडल संस्कृति स्कूलों में 200 से 500 रुपए फीस ले रही है और प्राइवेट में पढ़ने के इच्छुक बच्चों की फीस खुद भरेगी। वहीं, 134ए के तहत 6 हजार से ज्यादा स्कूलों में 2.04 लाख सीटें थीं। हालांकि, दाखिला 60-70 हजार बच्चों का ही हो पाता था। इस बार 134ए की जगह शुरू की गई आरटीई योजना में पहली कक्षा में 10 हजार से भी कम बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिला मिल पाया है। अब दूसरी से 12वीं तक के बच्चों को चिराग योजना के तहत दाखिला देने के लिए 381 स्कूलों ने ही सहमति देते हुए 24,987 सीटें दर्शाई हैं। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल कम हैं। बच्चों को 10 से 15 किमी. ज्यादा दूरी तय करनी पड़ेगी। सीटें भी कम हैं।
दाखिलों की प्रक्रिया 21 तक पूरी होगी
सरकारी स्कूलों में दूसरी से 12वीं तक पढ़ने वाले बच्चे प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के लिए 8 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। सीटों से ज्यादा आवेदन पर 11 जुलाई को ड्रॉ निकाला जाएगा। स्कूलों को 12 से 21 जुलाई तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी करनी है। 22 से 27 जुलाई तक खाली सीटों पर वेटिंग लिस्ट में से दाखिले होंगे।
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