प्रशन::- ब्लीचिंग पाउडर कैसे बनाया जाता है ? समीकरण दें। उसके दो उपयोगों को लिखे
अथवा, विरंजक चूर्ण क्या है? इसका रासायनिक नाम, सूत्र एवं उपयोग लिखें
अथवा, विरंजक चूर्ण किस प्रकार तैयार किया जाता है ? इसके सामान्य गुण और उपयोग लिखिए।
उत्तर-विरंजक चूर्ण का निर्माण शुष्क बुझे हुए चूने पर क्लोरीन की क्रिया से होता है।
Ca(OH), (5) + C2 (8)→ CaOCl, (S) + H,O(1)
बड़ी मात्रा में इसके निर्माण के लिए एक विशेष टावर लेते हैं जिसमें ऊपर से होकर शुष्क बुझा हुआ चूना डाला जाता है और नीचे से क्लोरीन गैस तथा गर्म वायु प्रवाहित करते हैं। क्लोरीन ऊपर तक पहुँचते-पहुंचते पूर्णतया अवशोषित हो जाती है और बुझा हुआ चूना विरंजक चूर्ण में बदल जाता है।
गुण-
(i) विरंजक चूर्ण पीले रंग का चूर्ण है, जिसमें क्लोरीन की तीखी गंध होती है।
(ii) यह जल में घुलनशील है, परन्तु पूरी तरह विलेय नहीं।
(iii) यह वायु की CO, के साथ क्रिया करके क्लोरीन खो देता है।
CaOCl + CO2 → Caco, + CI,1
(iv) यह अम्लों से क्रिया करता है।
CaOCI, + 2HCI→CaCl + H,O+ Cl,
CaoCl, + H,SO,→Caso, + H,O+Cl,
उपयोग-
(i) कागज तथा कपड़ा उद्योग में विरंजक के रूप में।
(ii) पेयजल को रोगाणुरहित करने में।
(iii) बिना सिकुड़ने वाली ऊन बनाने में।
(iv) यह क्लोरोफार्म बनाने में प्रयुक्त होता है।
(v) प्रयोगशाला में यह ऑक्सीकारक का कार्य करता है।
प्रशन::- एल्युमिनियम के उपयोग बताएँ।
उत्तर-एल्युमिनियम के उपयोग-
(i) एल्युमिनियम हल्की धातु होने के कारण, हवाई जहाजों की बॉडी और
मोटर इंजन बनाने के काम आती है।
(ii) यह बर्तन, फोटोफ्रेम तथा घरेलू उपयोग की ओर अनेक वस्तुएँ बनाने में काम आती है।
(iii) यह बिजली का सुचालक है, इसलिए आजकल बिजली के स्थानांतरण के लिए इनका प्रयोग किया जाता है।
(iv) एल्युमिनियम की बारीक परतों को खाने का सामान, दवाइयाँ, दूध की बोतलें आदि पैक करने में प्रयुक्त की जाती हैं।
(v) एल्युमिनियम पाउडर सिल्वर पेंट बनाने के काम आता है।
प्रशन::- रासायनिक संरचना के आधार पर साबुन एवं अपमार्जक में अंतर
साबुन अपमार्जक
प्रशन::- कार्बन के दो गुणधर्म कौन-से हैं, जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है ?
उत्तर-(i) कार्बन यौगिकों का बहुत बड़ी संख्या में होने का कारण कार्बन परमाणु का वह अद्वितीय गुण है जिसके द्वारा कार्बन परमाणु एक के साथ एक
जुड़कर कार्बन परमाणुओं की विभिन्न प्रकार की लम्बी-लम्बी शृंखलाएँ बनाते हैं अर्थात् श्रृंखला का गुण पाया जाता है।
(ii) कार्बन की संयोजकता चार है।
प्रश्न ::- कार्बन तत्त्व एक अद्वितीय तत्त्व है। कैसे?
उत्तर—सभी ज्ञात परमाणुओं में से केवल कार्बन परमाणुओं में ही यह क्षमता है कि वे आपस में मिलकर लंबी श्रृंखला बनाते हैं। प्रत्येक ऐसी लंबी श्रृंखला कार्बन
परमाणु को इस प्रकार का सरल आधार प्रदान करती है जिसमें अन्य परमाणु विभिन्न विधियों द्वारा जुड़ सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप कार्बन तत्त्व द्वारा अत्यधिक किस्मों के यौगिक बनाए जा सकते हैं।
प्रश्न::- कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर कार्यों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता है
उत्तर-कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर कार्यों में ईंधन के रूप में किया जाता है, क्योंकि
(i) यह साफ-सुधरा ईंधन है।
(ii) यह धुआँ नहीं छोड़ता है।
(iii) इसमें अवशेष नहीं बचता है
(iv) इसका ऊष्मीय मान उच्च होता है।
(v) इनका ज्वलन ताप न तो बहुत उच्च और न ही बहुत निम्न होता है।
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