उत्तर::- शरीर की उपापचयी क्रियाओं परिणामस्वरूप उत्पादन हानिकारक नाइट्रोजन युक्त अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया उत्सर्जन कहलाती है
अंग
1. वृक्क
2. फेफड़ा
उत्सर्जित पदार्थ एवं मल-मूत्र
प्रशन:::--पौधों में जल एवं खनिज लवणों के संवहन के लिए कौन सा उत्तक उत्तरदाई होते हैं
उत्तर::- पौधों में जाइलम से जल एवं फ्लोएम से खनिज लवण का संवहन होता है परासरण दाब का संवहन में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है काफी ऊंचे पौधों में रसारोहन प्रक्रम द्वारा जल का परिवहन होता है
प्रशन::::-- यकृत के क्या कार्य हैं
उत्तर::::-- यकृत के कार्य इस प्रकार हैं
१. यकृत हमारे शरीर का उर्जा बैंक कहलाता है यह पाचन क्रिया के फलस्वरुप बने अतिरिक्त ग्लूकोज के रूप में संचित करता है
२. यकृत के अंदर यूरिया का निर्माण होता है
३. यकृत कोशिकाएं हानिकारक जीवाणुओं का भक्षण कर उनको नष्ट कर देती है
४. यकृत कोशिकाएं प्रोथंबीन एवं फाइब्रिनोजेन नामक राज जमाने वाले प्रोटीन का संश्लेषण करती है
प्रशन::- जीवधारियों को पोषण की आवश्यकता क्यों होती है
उत्तर:::- जीवधारियों को पोषण की आवश्यकता निम्नलिखित कारण से होती है
१. ऊर्जा उत्पादन के लिए - जैविक क्रियाओं के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है जीवधारियों को यह ऊर्जा भोज्य पदार्थों के अकसीकरण से प्राप्त्त्त होती है
२. शरीर की टूट-फूट की मरम्मत के लिए - विभिन्न जैविक क्रियाओं में शरीर के ऊतकों की टूट-फूूट होती है इनकी मरम्मत के लिए पोषण की आवश्यकता होती है इनकी मरम्मत के लिए पोषण की आवश्यकता होती है
३. वृद्धि के लिए - नए जीव द्रव्य से नई कोशिकाएं बनाती है इनसे जीवो की वृद्धि होती है
५. उपापचयी की क्रियाओं के नियंत्रण के लिए - भोजन को पचाने तथा श्वसन उपापचय क्रियाओं में कुछ निर्माण कार्यय और कुछ विनाशकारी क्रियाएं होती हैं
५. शरीर को रोगों से बचने के लिये
Md.Nezamuddin sir
Super sir
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