अवसर. सितंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होगी प्रक्रिया से सातवें चरण में सवा दो लाख से अधिक शिक्षकों की होगी भर्ती
राज्य में सातवें चरण की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत करीब सवा दो लाख शिक्षकों की भर्ती होगी. इसके लिए अगले महीने सितंबर के अंतिम सप्ताह से आवेदन लिये जायेंगे, छठे चरण की सभी खाली पदों को सातवें चरण में भरा जायेगा. हालांकि रिक्तियों की गणना का काम अभी पूरा नहीं हुआ है.
1.23 लाख कुल पद थे छठे चरण में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक के
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पूछे जाने पर कहा कि छठे चरण की सभी रिक्तियां सातवें चरण में शामिल की जायेंगी. इसके अलावा पिछले कुछ सालों में रिक्त पद और सृजित पदों की गणना करके सातवें चरण में रिक्तियां जारी की जायेंगी. शिक्षा विभाग की मंशा है कि सातवें चरण में छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर भर्ती होगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब तक छठे चरण में खाली पदों का आंकड़ा पूरी तरह सामने नहीं आता है, तब तक सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू करने में बाधा सामने आ रही है.
44 हजार से अधिक पद रिक्त रह गये प्राथमिक शिक्षक के 90,700 में से
1850 पद ही अभी तक भरे जा सके हैं माध्यमिक के 32, 714 पदों में से
छठे चरण की तुलना में सातवें चरण में होंगी अधिक रिक्तियां
इस माह के अंत तक छठे चरण का शिक्षक नियोजन खत्म होने जा रहा है. जानकारों के मुताबिकन सर IP छठे चरण की तुलना में सातवें चरण में शिक्षक रिक्तियां अधिक हो सकती हैं. छठे चरण में प्राथमिक और माध्यमिक मिला कर संयुक्त रूप से लगभग 1.23 लाख पद थे. इनमें प्राथमिक में 90700 रिक्तियां थीं. इनमें से करीब 44 हजार से अधिक पद रिक्त रह गये. जहां तक माध्यमिक शिक्षक नियोजन का सवाल है, 32714 पदों
में से अभी तक केवल 1850 पद ही करे जा सके है. जानकारों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षक नियोजन की शेष रह गयी प्रक्रिया में इतने भी पद और भरे जाएं, इसकी संभावना कम ही बतायी जा रही है. इस तरह माध्यमिक के तीन-चौथाई पद खाली रहने की आशंका है. एक अनुमान के मुताबिक छठे चरण में 70 हजार से अधिक पद खाली रहने वाले हैं. यह सभी रिक्तियां सातवें चरण में जोड़ी जानी हैं.
छात्र-शिक्षक अनुपात में होगी बहाली
नियोजन की प्रक्रिया में भी आमूल बदलाव किया जा रहा है. हालांकि इस संदर्भ में अभी जानकारी साझा करना उचित नहीं होगी. हमारी मंशा छात्र शिक्षक अनुपात के क्रम में बहाली करने की है, ताकि स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं होने पाये.
70 हजार से अधिक पद खाली रहने की संभावना है छठे चरण में, जिनको सातवें चरण में जोड़ा जाना है
विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री
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