प्रश्न 1. हॉर्मोन क्या है?
उत्तर_ये अंत:स्रावी ग्रंथि द्वारा स्रावित पदार्थ हैं जो वृद्धि, परिवर्धन और अन्य क्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। विशेष कार्यों के लिये विशेष हार्मोन की आवश्यकता
होती है।
प्रश्न 2. होमियोस्टेसिस क्या है?
उत्तर—जीवों के शरीर में सभी क्रियाओं को सुचारू रूप से करने के लिये, उनका भीतरी वातावरण बाहरी परिवर्तनों को सहने का प्रयत्न करता है। इस अवस्था
को बनाए रखने की क्षमता होमियोस्टेसिस कहलाती है।
प्रश्न 3. साइटोकाइनिन के मुख्य कार्य क्या हैं ?
उत्तर ये कोशिका विभाजन को उद्दीपित करते हैं। ये जीर्णत को रोकते हैं और पर्णहरित को नष्ट नहीं होने देते हैं, कोशिका में पोषण गति को बढ़ाते हैं और
वृद्धि और परिवर्धन को नियंत्रित करते हैं।
प्रश्न 4. ऑक्सिन क्या है और पौधों में ये कहाँ पर उत्पन्न होते हैं ?
उत्तर_ये पादप हार्मोन का समूह होते हैं जो प्राकृतिक रूप से पौधों में उत्पन्न होते हैं। ये पौधों के ऊपरी भागों तथा पत्तियों के प्रीमोर्डिया तथा वृद्धिकारक बीजों
में उत्पन्न होते हैं जो अमीनो अम्लों से बनते हैं।
प्रश्न 5. कार्टिसोल क्या है?
उत्तर_कार्टिसोल का दूसरा नाम ग्लूकोकार्टिकोइड्स है। ये कार्बोहाइड्रेट उपापचय को नियंत्रित करते हैं और इनकी क्रियाएँ एंटी इन्क्लेमीटरी और एंटी एलर्जिक होती हैं।
प्रश्न 6. स्वायत्त तंत्रिका तंत्र क्या है?
उत्तर_शरीर की विभिन्न सामान्य क्रियाओं को नियंत्रित करने के अतिरिक्त शरीर की बहुत-सी आंतरिक क्रियायें जैसे हृदय, रुधिर वाहिकायें और ग्रन्थियाँ आदि
तंत्रिकाओं के एक विशेष वर्ग द्वारा नियंत्रित किये जाते हैं, जिसे स्वायत्त तंत्रिका तंत्र कहते हैं। यह मुख्यतया अंदर के अंगों जैसे हृदय, रक्त वाहिनियों और ग्रन्थियों को नियंत्रित और कार्यबद्ध करता है। यह मुलायम पेशियों और गर्भाशय को भी नियंत्रित करता है।
प्रश्न 7. जिबरेलिन की खोज किस प्रकार की गई?
उत्तर-सन् 1926 में कुरासोवा ने जिब्रेला फ्यूजी कुरोई से इसकी खोज की थी। यह पौधों की जड़ों, नयो पत्तियों और भ्रूण कोश में उत्पन्न होता है। बाद में इसे अम्ल के रूप में कवक से तैयार किया गया।
प्रश्न 8. पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा नावित तीन हॉर्मोनों के नाम बताएं।
उत्तर-पिट्यूटरी ग्रथि मध्य मस्तिष्क के निचले भाग में स्थित होती है।
यह निम्नांकित हॉमानों को सावित करती है
(0 ट्रोपिक हॉमान (1) प्रोलैक्टिन (1) ऑक्सिटोसिन (iv) वैसोप्रैसिन ।
प्रश्न 9. पश्च मस्तिष्क के किसी एक भाग के कार्य बताइए।
उत्तर-पश्च मस्तिष्क के तीन केन्द्र होते हैं अनुमस्तिष्क, पोन्स और मस्तिष्क गुच्छ । मैदुला आबलागेटा या मस्तिष्क शरीर को अनैच्छिक क्रियाओं जैसे श्वसन,
हृदय स्पंदन, परिसंचरण, खांसी, छोंकना और उल्टी आदि क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
प्रश्न 10. एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय तंत्र की क्या आवश्यकता है?
उत्तर-जीव में नियंत्रण एवं समन्वयन की आवश्यकता-
विभिन्न प्रकार के प्रक्रम कई अंगों के समन्वय द्वारा सम्पादित होते हैं
(ii) शरीर में उपापचय की दर हृदय एवं फेफड़े के कार्य करने की दरें निश्चित होनी चाहिए।
प्रश्न 11. दो तंत्रिका कोशिकाओं के मध्य अंतर्ग्रथन में क्या होता है?
उत्तर-अंतर्ग्रधन पर एक तत्रिक कोशिका के विकास के सिरे पर रासायनिक पदार्थ उत्पन्न होता है जो कि दूसरे तत्रिकोशिकाओं के दुमिकाओं से होता हुआ दूसरे
तंत्रिकोशिकाओं में पहुंचता है। अंतर्गधन से सुनिश्चित होता है कि तत्रिका आवेग एक ही दिशा में संचरित होता है।
प्रश्न 12. यूटिलिटी ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि क्यों समझा जाता है
उत्तर-पिट्यूटरी ग्रंथि, लाल भूरे रंग की, सेम के बीज के आकार की होती है, जो मस्तिष्क के आधार के पास स्थित होती है। ये ऑप्टिक कोएमा के पास
होती है जहाँ से तत्रिकायें आँखों में जाती हैं। यह ग्रंथि अन्य ग्रंथियों को भी नियत्रित करती है, इसी कारण इसे मास्टर ग्रंथि कहा जाता है।
प्रश्न 13. प्रमस्तिष्क या मध्य मस्तिष्क के कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर- मनुष्य का मस्तिष्क तीन भागों में बंट होता है-
(1) अग्र मस्तिष्क (i) मध्य मस्तिष्क (ii) पश्च मस्तिष्क ।
मध्य मस्तिष्क में सैरोबम और ओल फैक्टरी पाली है। सैरीब्रम दो भागों में बंटा होता है जिसे अर्द गोलार्द्ध कहते हैं। प्रमस्तिष्क में संवेदी क्षेत्र होता है जहाँ पर संवेदी अंगों से सूचनायें प्राप्त की जाती हैं। इस भाग में प्रत्येक के संवेग के लिये और उसके उत्तर के लिये काफी क्षेत्र होता है। इसमें स्मृति, ग्राही, स्पर्श, गंध आदि के लिये गोलाद्धं पाये जाते हैं। कार्नियन तत्रिकायें मस्तिष्क के इसी भाग से निकलती हैं।
प्रश्न 14. मनुष्य में केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र का वर्णन करें।
उत्तर मनुष्य में केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र बहुत विकसित होता है। इसमें मस्तिष्क, मेरुरज्जु तथा संबंधित तत्रिकाएँ होती हैं। मस्तिष्क तंत्रिका तंत्र का मुख्य केन्द्र होता है और शरीर के सभी अंगों का समन्वयन करता है। यह खोपड़ी में स्थित होता है। मेरुरज्जु, रीढ़ की हड्डी के बीच में स्थित होता है। तंत्रिकायें महोन धागे के आकार को संरचनायें होती हैं जो मस्तिष्क और मेरुरज्जु से जुड़ी होती हैं और शरीर की प्रत्येक कोशिकाओं से जुड़ी होती हैं।
कार्य के आधार पर तंत्रिकाओं को दो भागों में बांटा गया है-
(1)संवेदी तत्रिकायें
(1) प्रेरक तंत्रिकायें।
संवेदी तंत्रिकायें वे होती हैं जो उद्दीपन को प्रभावी भागों से मस्तिष्क और मेरुरज्जु को ले जाती हैं और प्रेरक तत्रिकायें वे होती हैं जो उद्दीपन का उत्तर, प्रभावित
भागों तक ले जाती हैं।
प्रश्न 15. टेस्टोस्टीरोन और इस्ट्रोजन के कार्य बताएं।
उना टेस्टोस्टीरोन यह हॉर्मोन द्वारा स्रावित होता है।
इसके मुख्य कार्य हैं-
(1) नर के जनन अंगों को नियत्रित करता है ।
a) यह पौरुष विकास का नियंत्रण करता है। इसमें मुंठे, दाढ़ी आती हैं और आवाज भारी हो जाता है
इस्ट्रोजन (Estrogen) यह मादा में निकलने वाला हॉर्मोन है
इसके प्रमुख कार्य हैं
(I) या मादा जनन अंगों को नियंत्रित करते हैं
(2) माधव में तृतीय निमित्त लक्षणों को नियंत्रित करता है जैसे तनवीर जी अंडर वाहिनी या योनि तथा लीबिया आदि का विकास होता है नितंब भारी हो जाता है और बालों का आना और आवाज बदल जाती हैं
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