राज्यकर्मी बनने के बाद क्या फायदा होगा
राज्यकर्मी बनने पर बीपीएससी टीचर के समान वेतन मिलेगा
सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद राज्यकर्मी बनने वाले नियोजित शिक्षकों को कई फायदे मिलेंगे। उन्हें
बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों के समान वेतनमान, प्रमोशन में लाभ एवं अन्य सुविधाएं दी मिलने लग
जाएंगी। इसके अलावा उनके पद के आगे विशिष्ट शब्द को भी हटाया जा सकता है। शिक्षा विभाग ने
यह भी साफ किया है कि सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों का जिला संवर्ग होगा। मालूम हो कि
वर्तमान में ये सभी नियोजित शिक्षक त्रि-स्तरीय ग्राम पंचायत और नगर निकाय के अधीन आते हैं। वहीं,
हाल ही में बीपीएससी परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देने की जरूरत
नहीं होगी।
राज्यकर्मी बनने के बाद शिक्षकों को महंगाई भत्ता, मकान, किरायाभत्ता, चिकित्सा भत्ता, शहरी परिवहन भत्ता भी मिलेगा। समय-समय
पर वेतन, भत्तों में संशोधन का लाभ मिलेगा। हर वर्ष बोनस, एरियर
भी मिलेगा। इसके साथ ही 8 वर्ष की अवधि के बाद शिक्षकों की
प्रोन्नति भी हो सकती है। डीईओ शिक्षकों को स्थानांतरित कर सकते हैं।
पहले था .... प्राथमिक शिक्षकों
कक्षा को 25000 रुपए मूल वेतन मिलता था। मकान किराया भत्ता, चिकित्सा भत्ता, और शहरी परिवहन भत्ता भी मिलता था। जो लगभग 32 हजार के आसपास होता था।
अब हैं ... राज्यकर्मी बनते ही 1 से 5वीं क्लास तक के
प्राथमिक शिक्षकों का मूल वेतन तो 25 हजार रुपए ही रहेगा। लेकिन नियोजित शिक्षकों को सकल वेतन के रूप में 44130 रुपए मिलेंगे।
ऐसा क्यों... क्योंकि 42% डीए मिलेगा जो 10,500 रुपए होगा। 8% आवासीय भत्ता मिलेगा, जो मूल वेतन का 2 हजार रुपए होगा। सीटीए के रूप में 2130 रुपए मिलेंगे। मेडिकल मद में 1000 हजार रुपए मिलेगा। पेंशन फंड में 3500 रुपए जाएंगे।
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