उत्तर - मानव जीवन को बेहतर और उन्नत बनाने के लिये विज्ञान के सिद्धांत पर आविष्कृत विभिन्न कल-पुर्जों और मशीनों का खेती और कल-कारखानों आदि में उपयोग 'प्रौद्योगिकी' कहलाता है ।
प्रश्न 2. आज सिंचाई के लिये किन-किन साधनों का इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर- राजतरंगिनी भक्ति संत तबकात ए- नासिरी शेरशाह का मकबरा मानसिंह कश्मीर का इतिहास दरिया साहब मिनहाज उस सिराज सासाराम बैकटपुर का शिव मंदिर
प्रश्न 3. मध्य काल के वैसे वस्त्रों की सूची बनाइए, जिसका व्यवहार हम आज भी करते हैं ।
उत्तर - मध्यकाल में सिले हुए वस्त्र बहुत कम लोग ही पहनते थे । कमर के नीचे धोती, कंधे से लेकर कमर के नीचे तक चादर तथा सर पर मुरेठा बाँधने का रिवाज रहा होगा। आज भी उत्तर प्रदेश के अधिकांश ब्राह्मण सिला हुआ वस्त्र पहनकर भोजन नहीं करते । इसी से अनुमान लगता है कि मध्य युग के लोग सिला हुआ वस्त्र नहीं पहनते होंगे। उनके वस्त्रों में से धोती, चादर और मुरेठा का व्यवहार आज भी लोग करते हैं । सिला हुआ वस्त्र पहनने का रिवाज बहुत बाद में आरम्भ हुआ होगा ।
प्रश्न 4. वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में हुए प्रमुख प्रौद्योगिकीय परिवर्तनों को बताएँ ।
उत्तर - प्राचीन भारत में वस्त्र उद्योग के लिए सूत तकली पर काते जाते थे, जिसमें काफी समय लगता था । कारण कि तकली को हाथ से नचाना पड़ता था । बाद में 13वीं सदी में परिवर्तन यह आया कि तकली का स्थान चरखे ने ले लिया । अब सूत तेजी से अधिक मात्रा में और कम समय में ही बन सकते थे । पहले सीधे कपास से सूत काता जाता था । बाद में इसमें बदलाव आया धुनिया लोग धनुकी पर रूई धुनने लगे । अब धुनी हुई रूई सूत कातना आसान हो गया ।
प्रश्न 5. कागज का आविष्कार सर्वप्रथम कहाँ हुआ ?
उत्तर- कागज का आविष्कार सर्वप्रथम चीन में हुआ ।
प्रश्न 6. वनवासियों को जंगल क्यों छोड़ना पड़ा ?
उत्तर- प्रौद्योगिकी में परिवर्तन के फलस्वरूप खेती योग्य भूमि की तलाश हो रही थी । बाहर से आये लोगों के लिये अधिक अन्न की भी आवश्यकता बढ़ी होगी । खेती बढ़ाने के लिए जंगल काटे जाने लगे । फलस्वरूप वनवासियों को जंगल छोड़ने पर विवश होना पड़ा । हालाँकि अनेक वनवासी खेती के काम में लग गए और ग्रामवासी बन गये । उत्तर
प्रश्न 7. गंगा-यमुनी संस्कृति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-दो संस्कृतियों के मेल से जो संस्कृति विकसित हुई, उस संस्कृति को गंगा-यमुनी संस्कृति कहते हैं ।
प्रश्न 8. आठवीं शताब्दी के आस-पास हुए परिवर्तनों को लिखिए
उत्तर - आठवीं शताब्दी के आस-पास पहला परिवर्तन तो देश के नाम बदलने के रूप में हुआ । अब 'भारत' को हिन्दुस्तान भी कहा जाने लगा । यह बदलाव 13वीं शताब्दी में तुर्क- सत्ता की स्थापना के बाद प्रचलित हुआ । उस समय हिन्दुस्तान की भौगोलिक सीमा उतनी ही थीं, जितनी पर तुर्कों का अधिकार था । मुगल काल में अकबर से लेकर 17वीं शताब्दी तक औरंगजेब ने हिन्दुस्तान की सीमा में काफी विस्तार किया । कृषि के साथ-साथ उद्योग-धंधों में भी बदलाव आए ।
प्रश्न 9. क्या प्राचीन काल की तुलना में मध्य काल के अध्ययन के लिये ज्यादा स्रोत उपलब्ध हैं ?
उत्तर - हाँ, प्राचीन काल की तुलना में मध्य काल के अध्ययन के लिए आज ज्यादा स्रोत उपलब्ध है। ये स्रोत अनेक लेखकों और इतिहासकारों द्वारा लिखे गये लेख और इतिहास हैं ।
सर्वप्रथम इतिहासकार मिन्हाज ए सिराज ने 13वीं शताब्दी इतिहास लिखा, जिसमें उन्होंने बिहार के विषय में लिखा कि दुस नाम 'बिहार' क्यों पड़ा ? प्रसिद्ध विद्वान सैयद सुलेमान नदवी एक अरबी गीत का उद्धरण दिया है, जो भारत के लिये प्रमुख भक्त कवियों और सूफी संतों ने भी भारत के सम्बंध में बहुत लिखा है । राजपूत राजाओं के दरबारी कवियों ने भी उस सम के सामाजिक जीवन के विषय में लिखा है । लिखित रचनाएँ। पाण्डुलिपियाँ, अभिलेख, सिक्के, भग्नावशेष, चित्र आदि विवि स्रोत हैं, लेकिन प्रधानता लिखित सामग्री को ही दी जाती है । 13शताब्दी में कागज का उपयोग शुरू हो जाने के बाद लिखने काम व्यापक लिखी रूप से होने लगा। इस काल में
पाण्डुलिपियाँ एवं प्रशासनिक प्रपत्र अभिलेखागारों और पुस्तकाल में सुरक्षित है । इस काल की अनेक घटनाओं की जानकारी ह इन्हीं अभिलेखों से प्राप्त होती है । अन्य अभिलेख पत्थरों, चट्टाऔर ताम्र पत्रों पर लिखे गये थे । बहुत-से अभिलेख मन्दिरों मस्जिदों और गाँवों में भी सुरक्षित हैं । कल्हण की राजतरंगिण अलबेरूनी की पुस्तक`तहकीक-ए-हिन्द, मिन्हाज उससिराज कृ
तबकात - ए - नासिरी, जियाउद्दीन बरनी तवारीख-ए-फिरोजशाही । अबुल फजल ने अकबरनामा लिखा इसके पहले बाबर ने इनके अलावा अने यात्रियों ने अपने यात्रा वृत्तांत लिखा जो इतिहास से कम नहीं हैं इससे स्पष्ट होता है कि प्राचीन काल की तुलना में मध्य काल अध्ययन के लिये ज्यादा स्रोत उपलब्ध है ।
उत्तर - प्रश्न में बताई गई परिस्थिति में इतिहासकार सम् विशेषता वाले बड़े-बड़े हिस्सों, युगों या कालों में बाँट देते हैं फिर अनुमान से स्थिति का अवलोकन कर स्वयं जो वे उच वे समझते हैं, लिख देते हैं ।
की पुस्त
प्रश्न 10. जब एक ही व्यक्ति या घटना के सम्बंध अलग-अलग मत आते हैं, तो ऐसी परिस्थितियों में इतिहासक क्या करते होंगे ?
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