उत्तर :- रसायनिक समीकरण में भाग लेने वाले अभिकारको को में परमाणु की संख्या उत्पादक के परमाणु के संख्या के बराबर हो तो उसे समतुल्य रसायनिक समीकरण कहा जाता है
रसायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है समीकरण के बाई और के तत्वों की परमाणु संख्या दाएं ओर के तत्वों में परमाणुओं की संख्या के बराबर होना चाहिए अभिकार को के कितने परमाणु भार उपफल के परमाणु भार के तुल्य है या नहीं तो इसके लिए दोनों तरफ के परमाणु भार को एक किया जाता है क्योंकि द्रव्यमान रासायनिक क्रिया के पहले और बाद में स्थित होना चाहिए यह द्रव्यमान के अनश वर्ता का सिद्धांत है समीकरण के संतुलित करने पर द्रव्यमान के अनश वर्ता के सिद्धांत पर पुष्टि होती है
जैसे 2H2 + O2 _ 2H2O
समीकरण के बाई ओर के H परमाणुओं की संख्या 4 और ऑक्सीजन परमाणु की संख्या 2 हैं
उपफल के हाइड्रोजन के परमाणु संख्या 4 ऑक्सीजन की परमाणु संख्या 2 के बराबर है इसीलिए संतुलित रासायनिक समीकरण है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें