1. अकार्बनिक रसायन (Inorganic Chemistry) इसके अंतर्गत सभी तत्त्वों और उनके यौगिकों (कार्बनिक यौगिकों को छोड़कर) के बनाने की विधि, संघटन, गुण-धर्म तथा उपयोग के बारे में अध्ययन किये जाते हैं।
2. कार्बनिक रसायन (Organic Chemistry ) कार्बनिक रसायन के अंतर्गत मुख्यतः कार्बन (कार्बोनेट, रसायन शास्त्र की शाखाएं बाइकार्बोनेट, कार्बन मोनोक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड तथा कार्बन डाइसल्फाइडों को छोड़कर) और उसके यौगिकों के बारे में अध्ययन किया जाता है।
3. भौतिक रसायन (Physical Chemistry ) इसके अंतर्गत रासायनिक अभिक्रियाओं के नियमों एवं सिद्धान्तों का अध्ययन किया जाता है।
4. औद्योगिक रसायन (Industrial Chemistry)—इसके अंतर्गत दैनिक जीवन में उपयोग की जानेवाली वस्तुओं; जैसेप्लास्टिक, साबुन, कपड़ा, वार्निश आदि के बनाने की विधियों का अध्ययन किया जाता है।
5. जीव-रसायन (Bio-chemistry) –इसके अन्तर्गत जीवधारियों में होनेवाली रासायनिक अभिक्रियाओं तथा प्राणियों एवं वनस्पतियों से प्राप्त पदार्थों का अध्ययन किया जाता है।
6. विश्लेषिक रसायन (Analytical Chemistry ) – इसके अन्तर्गत विभिन्न पदार्थों की पहचान, आयतन तथा मात्रा के निर्धारण की विधियों का अध्ययन किया जाता है।
7. कृषि रसायन ( Agriculture Chemistry ) कृषि और कृषि कार्यों में उपयोग किये जानेवाले रसायनों; जैसे— खाद, लवण आदि के बनाने की विधियों का अध्ययन किया जाता हैं
8. औषधीय रसायन (Medicinal Chemistry ) मानव के प्रयोग में आनेवाली औषधियों, उनके संघटन, Pasteurisation: बनावट एवं उपयोग आदि गुणों का अध्ययन औषधीय Kils harmful bacterio रसायन में किया जाता है। इसके अतिरिक्त रसायनशास्त्र की कुछ विशिष्ट शाखाएँ भी हैं।
जैसे— प्रकाश-रसायनशास्त्र (Photo-chemistry),
रेडियो - रसायनशास्त्र (Radio-chemistry),
भू-रसायनशास्त्र (Geo-chemistry),
विद्युत्-रसायनशास्त्र (Electro-chemistry) आदि।
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