प्रश्न 1. पर्यावरण मित्र बनाने के लिए आप अपनी आदतों में कौन-से परिवर्तन ला सकते हैं?
अथवा,अपने घर को पर्यावरण-मित्र बनाने के लिए आप उसमें कौन-कौन-से परिवर्तन सुझा सकते हैं?
उत्तर-अपने आवास को पर्यानुकूलित बनाने के लिए निम्नलिखित परिवर्तन किये जा सकते हैं-
(i) आवास में तथा उसके निकट जल का संग्रह नहीं किया जाना चाहिए जिससे जल में यदि कचरा उपस्थित हो तो सड़ने न पाए । मच्छर तथा जीवाणु जल को अपना आश्रय स्थल न बना लें।
(ii) पेय जल में कूड़ा-कचरा न डालें और न अन्य किसी को डालने दें।
(iii) जल के रिसाव को रोकना चाहिए।
(iv) जितने जल की आवश्यकता हो, उतना ही जल टोंटी से लें। व्यर्थ ही जल को न बहने दें।
(v) जल का मितव्ययता से प्रयोग करें।
(vi) स्नान का जल, रसोई का प्रयोग किया हुआ जल व्यर्थ सीवर में न जाने दें वरन् उसका रसोई वाटिका में पौधों की सिंचाई हेतु प्रयोग करें।
(vii) आवास, गली एवं निकटवर्ती सड़क को साफ रखें। आवासीय कचरे को कूड़ेदान में एकत्र करें तत्पश्चात् उसका यथोचित स्थान पर निपटान करें।
(viii) आवश्यकतानुसार ही विद्युत का उपयोग करें। जरूरत न रहने पर पंखे, बल्ब, टी.वी. आदि बंद रखें।
प्रश्न 2, 'चिपको आंदोलन' पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर 'चिपको आंदोलन' पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तथा वनों को अलग करने की नीति का परिणाम है। यह आंदोलन हिमालय की पर्वत शृंखला में गढ़वाल के 'रेनी' नामक गाँव में घटित एक घटना से प्रारंभ हुआ था। यह घटना 1970 में घटित हुई थी।
लकड़ी के ठेकेदार और स्थानीय लोगों के बीच विवाद प्रारंभ हुआ था। गाँव के समीप के वृक्षों को काटने का अधिकार उसे दे दिया गया
था। एक निश्चित दिन ठेकेदार के आदमी वृक्ष काटने के लिए आए। वहाँ के निवासी पुरुष वहाँ नहीं थे। वहाँ की महिलाएँ फौरन वहाँ पहुँच गई और उन्होंने पेड़ों
को अपनी बाहों में भर कर ठेकेदार के आदमियों को वृक्ष काटने से रोका। वे पेड़ों से चिपक गई थी इसलिए विचलित होकर ठेकेदार को अपना काम बंद करना पड़ा।
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