पाचक एंजाइमों के क्या कार्य हैं?
उत्तर-एंजाइम जैव उत्प्रेरक हैं जो जटिल कार्बनिक पदार्थों को सरल पदार्थों में खंडित करने में सहायता प्रदान करते हैं। ये पाचन क्रिया में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा के पाचन में सहायक है। उदर में लाइपेज नामक एंजाइम वसा को वसीय अम्ल और ग्लिसरॉल में बदलता है। रेनिन एंजाइम क्रिया कर पेप्सिन की सहायता करता है और इसमें दूध-प्रोटीन पर पेप्सिन की
क्रिया अवधि बढ़ जाती है। पित्त रस हलांकि एंजाइम है लेकिन भोजन के माध्यम को क्षारीय बनाकर वसा को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देता है और उनका इमल्सीकरण करता है। अग्नाशय रस इमल्सन बने वसीय पदार्थ को वसा अम्ल और ग्लिसरॉल में बदल देता है। एमाइलेज भोजन के कार्बोहाइड्रेट को माल्टोस में बदल देता है। छोटी आंत की आंतरिक दीवारों से पैप्टिडेन, आंत्र लाइपेस, सुक्रोज, माल्टोज और लेक्टोज निकलकर भोजन को पचने में सहायक बनते हैं। ये एंजाइम प्रोटीन को अमीनो अम्ल, जटिल कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में तथा वसा को वसा अम्ल तथा ग्लिसरॉल में बदल देते हैं।
नाम
प्रशन 2. वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में क्या अंतर है? कुछ जीवों के लिखिए जिनमें अवायवीय श्वसन होता है।
अथवा, ऑक्सी एवं अनॉक्सी श्वसन में अन्तर लिखें एवं अनॉक्सी श्वसन की क्रिया विधि लिखें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें